a) Java Code- Java code is used to define the Java applet.
जावा कोड- जावा कोड का प्रयोग, जावा एप्लेट को परिभाषित करने के लिए किया जाता है।
b) Byte code – It is a compilation of Java code that is referenced in the applet tag and transferred to the user's computer.
बाइट कोड- यह जावा कोड का संकलन होता है जिसे एप्लेट टैग में संदर्भित किया गया है और उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर स्थानांतरित किया जाता है।
c) HTML- Its full name is Hypertext Markup Language. It is used to create electronic documents (called Web pages) that are displayed on the World Wide Web. Each page contains a series of hyperlinks to reach other pages. Every web page you see on the Internet is written in HTML code.
एचटीएमएल- इसका पूरा नाम हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ (जिसे वेब पेज कहा जाता है) बनाने के लिए किया जाता है जो वर्ल्ड वाइड वेब पर प्रदर्शित होते हैं। प्रत्येक पेज में अन्य पेज पर पहुचने के लिए हाइपरलिंक की एक श्रृंखला होती है। इंटरनेट पर आप जो भी वेब पेज देखते हैं, वह एचटीएमएल कोड में लिखा जाता है।
d) Applet Tag - HTML tag specifying an applet tag. It is used to insert a Java applet into an HTML document.
एप्लेट टैग- एचटीएमएल टैग एक एप्लेट टैग निर्दिष्ट करता है। इसका उपयोग एचटीएमएल दस्तावेज़ में जावा एप्लेट को सम्मिलित करने के लिए किया जाता है।
e) Web Browser- A web browser is a special type of application software that is used to search, retrieve, and display information on the World Wide Web. Hot Java, Netscape Navigator, Internet Explorer, Google Chrome and Mozilla Firefox etc. are examples of popular web browsers.
वेब ब्राउज़र- वेब ब्राउजर एक विशेष प्रकार का एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर होता है जिसका उपयोग वर्ल्ड वाइड वेब पर जानकारियों की खोज करने, उन्हें प्राप्त करने और प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। हॉट जावा, नेटस्केप नेविगेटर, इंटरनेट एक्स्प्लोरर, गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स इत्यादि प्रचलित वेब ब्राउज़र के उदाहरण है।
f) Web Server- It is a program that accepts requests from the user and provides output as per requirement. Example- Apache Tomcat
वेब सर्वर- यह एक प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ता से अनुरोध स्वीकार करता है और आवश्यकता के अनुसार आउटपुट प्रदान करता है। उदाहरण- अपाचे टॉमकैट
g) Proxy Server - From security point of view, it works as an intermediate server between the client/work station and the main server and provides protection to both the parties from harm coming from each other.
प्रॉक्सी सर्वर- यह सुरक्षा कि दृष्टि से क्लाइंट/वर्क स्टेशन और मुख्य सर्वर के मध्य एक मध्यवर्ती सर्वर का कार्य करता है एवं दोनों पक्षों को एक-दुसरे से पहुचने वाली हानि से सुरक्षा प्रदान करता है।
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