Object Oriented Programs are used to solve complex problems and create different types of software like:-
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्राम्स का प्रयोग जटिल समस्याओ को हल करने एवं विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेर निर्मित करने के लिए किया जाता है जैसे:-
a) Real Time Systems Design – Real time systems have many inherent complexities that can be easily handled by providing a unified framework through object oriented programming. Also, the system is analyzed and behavior checked from time to time.
रियल टाइम सिस्टम्स डिजाईन- रियल टाइम सिस्टम में अंतर्निहित कई जटिलताएं होती हैं जिन्हें ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के द्वारा एक एकीकृत ढांचा प्रदान करके आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही समय समय पर सिस्टम का विश्लेषण और व्यवहार को जांचा जाता हैं।
b) Simulation and Modeling- Modeling complex systems like ecology, zoology, medical science and agricultural science is a very difficult task. Because their interactions need to be clearly understood. Here an alternative approach to understanding these is provided through object-oriented programming.
सिमुलेशन एवं मॉडलिंग- पारिस्थितिकी, प्राणीशास्त्र,चिकित्सा विज्ञान और कृषि विज्ञान जैसी जटिल प्रणालियों को मॉडल करना अत्यंत मुश्किल कार्य होता है। क्योंकि इनकी अंतःक्रियाओं को स्पष्ट रूप से समझने की आवश्यकता होती है। यहाँ ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के द्वारा इन्हें समझने हेतु एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान किया जाता है।
c) Object Oriented Database – These databases store objects instead of data, here the characteristics and functions of an object are displayed.
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डेटाबेस- ये डेटाबेस, डेटा के स्थान पर ऑब्जेक्ट को स्टोर करते हैं यहाँ एक ऑब्जेक्ट की विशेषताओ एवं कार्यों को प्रदर्शित किया जाता है।
d) Office Automation System- Under this, by creating applications like email, word processing, web calendar and desktop publishing, one can communicate with people inside and outside the office and exchange information.
ऑफिस ऑटोमेशन सिस्टम- इसके अंतर्गत ईमेल,वर्ड प्रोसेसिंग,वेब कैलेंडर एवं डेस्कटॉप प्रकाशन जैसे एप्लीकेशन निर्मित कर, कार्यालय के अंदर और बाहर के लोगों से संवाद किया जा सकता हैं एवं सूचनाओ का आदान प्रदान किया जा सकता है।
e) Hypertext and Hypermedia - In object oriented programming, a framework can be created for hypertext which makes it easy to store, search and edit hypertext. It can also store links to many other forms of media, from pictures to sound, in the form of hypermedia.
हाइपरटेक्स्ट एवं हाइपरमीडिया- ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग में हाइपरटेक्स्ट के लिए एक ढांचा तैयार किया जा सकता है जो हाइपरटेक्स्ट को आसानी से संग्रहीत करने , खोजने और संपादित करने का कार्य करता है। यह हाइपरमीडिया के रूप में चित्रों से लेकर ध्वनि तक, मीडिया के कई अन्य रूपों के भी लिंक भी संगृहीत कर सकता है।
f) Artificial Intelligence and Expert Systems – These are special computer software that work to solve complex problems related to a specific field. These applications are reliable, highly responsive, understandable and high performing.
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एवं एक्सपर्ट सिस्टम- ये कंप्यूटर के विशेष सॉफ्टवेयर होते हैं जो एक विशिष्ट क्षेत्र से संबंधितजटिल समस्याओं को हल करने का कार्य करते हैं ये एप्लीकेशन, भरोसेमंद, अत्यधिक प्रतिक्रियाशील, बोधगम्य एवं उच्च प्रदर्शन वाले होते है।
g) Computer Integrated Manufacturing (CIM), Computer Aided Manufacturing (CAM) and Computer Aided Design (CAD) systems – Here object oriented programming is used to design precise and clear blueprints and flowcharts.
कंप्यूटर इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग (CIM), कंप्यूटर एडिड मैन्युफैक्चरिंग (CAM) एवं कंप्यूटर एडिड डिजाईन (CAD) सिस्टम- यहाँ ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग का उपयोग शुद्ध एवं स्पष्ट ब्लूप्रिंट और फ्लोचार्ट डिजाइन करने के लिए किया जाता है।
h) Client Server System – Here, Object-Oriented Client-Server Internet (OCSI) applications are created by incorporating three major technologies – Client Server, Object-Oriented Programming and Internet, etc.
क्लाइंट सर्वर सिस्टम- यहाँ तीन प्रमुख तकनीको क्लाइंट सर्वर, ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेडप्रोग्रामिंग एवं इंटरनेट को सम्मिलित कर ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड क्लाइंट-सर्वर इंटरनेट (OCSI) एप्लिकेशन बनाये जाते हैं इत्यादि।
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